15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 2019
भारत(India) में प्रतिवर्ष स्वतंत्रता दिवस / इंडिपेंडेंस डे 15 अगस्त को बहुत ही उत्साह और गौरव के साथ मनाया जाता है। यह दिन भारत और भारत के हर एक स्वतंत्र व्यक्ति के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण दिन होता है। इस दिन भारत को कई वर्षों के ब्रिटिश राज के बाद पूर्ण स्वतंत्रता मिली थी।
यह दिन पुरे भारत में राष्ट्रीय और राजपत्रित अवकाश के रूप में मनाया जाता है ताकि भारत के सभी नागरिक इस दिन को स्वतंत्रता के साथ मन सकें। भारत 15 अगस्त 1947 को ब्रिटिश शासन से आज़ाद हुआ था।
इस दिन पुरे देश में सभी सरकारी कार्यालय जैसे बैंक, पोस्ट ऑफिस, जैसे स्थान बंद रहते हैं। हर जगह तिरंगा लहराते हुए लोग दीखते हैं। स्कूलों और कॉलेजों में भी इस दिन को बहुत ही धूम-धाम से मनाया जाता है। स्कूलों और कॉलेजों प्रतिवर्ष 15 अगस्त के दिन बहुत सारे सांस्कृतिक और देश भक्ति से जुड़े कार्यक्रम भी आयोजित किये जाते हैं।
15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 2019
भारत के लिए ब्रिटिश राज़ से स्वतंत्रता पाना इतना आसान नहीं था। स्वतंत्रता पाने के लिए कई महान व्यक्तियों ने अपनी जान गवाई और कड़ी मेहनत के बाद ही हमारा देश भारत आज़ाद देश बन पाया।
उन महान नेताओं ने अपने आराम को भुला कर देश के आराम, शांति और आजादी के बारे में सोचा और अपने जीवन के बल पर भारत को स्वतंत्रता दिलाई। हमें ऐसे महान नेताओं को शत-शत प्रणाम करना चाहिए।
15 अगस्त 2019 (73th Independence Day India)
2017 में 15 अगस्त (73वां स्वतंत्रता दिवस) सोमवार के दिन मनाया जायेगा। इस दिन हमरे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी अपना भाषण पुरे भारत देश के समक्ष रखेंगे।
भारतीय स्वतंत्रता दिवस का इतिहास
सन 1947, में द्वितीय विश्व युद्ध के बाद ब्रिटिश सरकार को इस बात का पक्का हो चूका था की अब भारत पर अपना दब-दबदबा बनाना मुश्किल है। उस समय भारतीय स्वतंत्रता सेनानीयों की गतिविधियाँभी बड़ते जा रही थी और भारत केलोग भी समझने लगे थे की अब आजादी का समय आ चूका है।
उसके बाद ब्रिटिश सरकार ने भारत को आज़ाद करने का ऐलान किया और 15 अगस्त 1947 को भारत को आजादी मिली। यह तो भारत के लिए ख़ुशी की बात थी पर दूसरी ओर हिन्दू मुस्लिम केु बिच हिंसा आग का रूप धारण कर चूका था। इस भारतीय स्वतंत्रता दिवस के दिन 15 अगस्त को भारत और पाकिस्तान अलग-अलग देश के रूप में भाग कर दिया गया।
इस दिन मुहम्मद अली जिन्ना पाकिस्तान के पंडित जवाहरलाल नेहरु स्वतंत्र भारत के प्रथम प्रधानमंत्री बने। उसके बाद जवाहरलाल ने अपने भाषण में 15 अगस्त, को पूर्ण स्वतंत्र का दिन घोषित किया। इस भाषण सम्मलेन मेंबड़े-बड़े नेता जैसे अबुल कलम आजाद, भीम राव आंबेडकर, जैसे महँ नेताओं ने भी भाग लिया था।
भारतीय स्वतंत्रता दिवस का उत्साह समाहरोह
भारतीय स्वतंत्रता दिवस, 15 अगस्त के दिन प्रतिवर्ष पुरे भारत में राष्ट्रिय अवकास होता है। यह दिन पुरे भारत में बहुत ही उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस दिन से एक दिन पहले भारतीय राष्ट्रपति पुरे देश के समक्ष संबोधित करते हैं जिसे रेडियो और टीवी में टेलीकास्ट किया जाता है।
बहुत ही उत्साह के साथ भारत के तिरंगे को प्रतिवर्ष प्रधानमंत्री लाल किला, दिल्ली मे फहराते हैं। इसके साथ भारत का राष्ट्रगान गया जाता है जिसके साथ 21 बार बंधुक से गोलियां चला कर सलामी दी जाती है। यह हर एक भारतीय व्यक्ति के लिए बहुत ही गर्व का समय होता है।
15 अगस्त के दिन लाल किला में बहुत सारे स्कूलों के बच्चे इस दिन को उत्साह के साथ मनाते हैं। वह सब तिरंगे के रंग के कपडे पहन कर – भारत माता की जय और वन्दे मातरम नारा करते हैं।
लाल किला में प्रधानमंत्री भारत के पिछले वर्ष से इस वर्ष तक हुए सभी महान कार्यों और सफलताओं के विषय में अपने विचार पुरे देश के समक्ष रखते हैं। साथ ही वह देश को आगेले जाने और उन्नति के पथ पर ले जाने के नए तरीके और शिक्षा के बारे में अपने शब्द रखते हैं। वही लाल-किला पर भारतीय सशस्त्र बलों, अर्धसैनिक बलों और एन एन सी सी कैडेट गर्व के साथ परेड करते हैं।
अन्य सभी राज्यों में भी सभी मुख्य मंत्री भी सम्मान के साथ तिरंगा फहराते हैं। साथ ही सभी राज्यों में इस दिन को सांकृतिक और देश भक्ति कार्यक्रमों में लोग भाग लेते हैं।
इस दिन देश पर आतंकवाद का खतरा बना रहता है इसलिए पुरे भारत के हर एक स्थान में भारतीय सेना और पुलिस मिलकर सुरक्षा के कड़े इन्तेजाम करते हैं। इस दिन लाल किला से सीधा प्रसारण टीवी के डी डी नेशनल चैनल और आल इंडिया रेडियो में किया जाता है।
भारतीय स्वतंत्रता दिवस का महत्व
· यह दिन बहुत ही महत्व रखता है भारत के हर एक व्यक्ति के लिए क्योंकि इस दिन को प्रतिवश मनाने से हमारे आने वाली पीढ़ी के बाचों को इस बात का पता चलता है कि कैसे महान नेताओं ने कड़ी मेहनत और अपनी जान दे कर भारत को आजादी दिलाई।
· इससे हमारे महान स्वतंत्रता सेनानियों को श्रधांजलि दी जाती और उनका सम्मान किया जाता है।
· पुरे भारत में इस दिन असामन में लोग सुन्दर रंग बिरंगे पतंग उड़ाते हैं।
· इस दिन के उत्सव को प्रतिवर्ष मनाना भारत के स्वतंत्रता के इतिहास को जिंदा रखता है और आजादी का सही मायना लोगों को समझाता है।
हर साल हमारे देश में स्वत्रंता दिवस 15 अगस्त के दिन मनाया जाता है। “पराधीन सपनेहु सुख नाही” अर्थात गुलामी के जीवन मे कभी सुख नही मिल सकता है। ऐसा कौन है जिसे अपनी आजादी प्यारी नही होती है।
छोटे मोटे पक्षी से लेकर बड़े जानवर और सभी जीवो को आजादी उसी तरह से पसंद होती है जैसे हम मनुष्यों को पसंद होती है। हमारा देश 15 अगस्त 1947 के दिन अंग्रेजो से आजाद हुआ था। इस दिन 45 करोड़ भारतवासियों को विदेशी हुकुमत से आजादी मिली। उन्होंने भारत पर लगभग 200 सालो तक राज किया।
इस दिन को सभी भारतवासी बहुत ख़ुशी और उल्लास से मनाते हैं। यह भारत का राष्ट्रीय पर्व है। 26 जनवरी 1950 को भारतीय संविधान को लागू करके हमारे देश को गणतंत्र बना दिया गया। अब हम एक गणतन्त्र देश है। इस आजादी को हमने बहुत मेहनत, संघर्ष और हजारो कुर्बानियों के बाद पाया है।
अनेक लोगो जैसे- मंगल पांडे, सुभाषचंद्र चंद्र बोस, भगतसिंह, रामप्रसाद बिस्मिल, रानी लक्ष्मीबाई, महात्मा गांधी, अशफाक उल्ला खां, चन्द्रशेखर आजाद, सुखदेव, राजगुरु ने अपने प्राणों की आहुति दे दी। पंडित जवाहरलाल नेहरु और सरदार वल्लभभाई पटेल का भी भारत के स्वतंत्रता आन्दोलन में बड़ा योगदान है।
हमे आजादी इतनी आसानी से नही मिली है। इसके लिए समझौते हुआ और हमारे देश को तोड़कर अंग्रेजो ने एक और देश ‘पाकिस्तान’ बनाया जिसके बाद विस्थापन की एक बड़ी समस्या खड़ी हो गयी।
मोहम्मद अली जिन्ना ने मांग की कि मुस्लिम समुदाय के लिए एक अलग देश पाकिस्तान बनाया जाये जहाँ सिर्फ मुस्लिम रहे। उसके बाद विस्थापन शुरू हो गया। 7226000 मुसलमान भारत छोड़कर पाकिस्तान चले गये और 7249000 हिंदू और सिख पाकिस्तान छोड़कर भारत आ गये।
सामुदायिक दंगे सब तरफ भड़क उठे। दोनों समुदाय एक दूसरे के खून के प्यासे हो गये। हजारों लोगो को मौत के घाट उतार दिया गया। स्त्रियों पर अत्याचार किया गया, हजारो बच्चे इस हिंसा में अनाथ हो गये। इसलिए हमे ये आजादी इतनी आसानी से नही मिली है।
इसके लिए हजारो लोगो ने अपना खून बहा दिया। हमे कभी भी उनकी कुर्बानी को नही भूलना चाहिए। पंडित नेहरु को देश का प्रथम प्रधानमंत्री बनाया गया। उन्होंने 15 अगस्त 1947 को लाल किले पर तिरंगा फहराया।
इस दिन दिल्ली के राजपथ पर विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। रंग- बिरंगी झांकियां प्रस्तुत की जाती है, स्कूल के बच्चो द्वारा रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किये जाते हैं। परेड होती है।
महात्मा गाँधी का देश की आजादी में प्रमुख योगदान- MAHATMA GANDHI’S MAJOR ROLE IN INDIAN FREEDOM FIGHT
हम सभी प्यार से उनको ‘बापू’ कहते है। जीवनपर्यन्त वो देश की आजादी के लिए लड़ते रहे। अंत में नाथूराम गोडसे ने राजनीतिक मदभेदो के चलते 30 जनवरी 1948 के दिन गोली मारकर उनकी हत्या कर दी। महात्मा गांधी ने देश को आजाद करवाने के लिए देशवाशियों का नेतृत्व किया। उन्होंने “करो या मरो” का नारा” दिया।
बापू ने 1917 में” चम्पारण और खेडा सत्याग्रह”, 1929 में “सविनय अवज्ञा आंदोलन” , 1930 में “दांडी मार्च”, 1919- 1924 में “खिलाफत आन्दोलन 1942 में “भारत छोड़ो आन्दोलन” चलाकर देश को आजादी दिलाई। आज हमारे देश में सभी जाति, धर्म, मजहब के लोग मिल झुलकर रहते है। कही किसी तरह की कोई गतिरोध विरोध या मतभेद नही है। सभी लोगो को हर तरह की आजादी है।
स्वतंत्रता दिवस पर होने वाले कार्यक्रम/ कैसे मनाते है स्वतंत्रता दिवस- HOW TO CELEBRATE INDEPENDENCE DAY OF INDIA
· इस दिन सभी जगह, दफ्तर, कार्यालयों में सफाई की जाती है। उसके बाद तिरंगे झंडे को फहराया जाता है। राष्ट्रगान “जन-गण-मन” गया जाता है। मिठाइयाँ बाँटी जाती है। देशभक्ति के गीत बजाये जाते हैं। देशभक्ति नारे लगाये जाते हैं।
· स्कूल, कालेजो में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। भाषण, निबंध, नाटक, कविता, चित्रकला जैसी विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है। मिठाइयाँ बाँटी जाती है। सभी लोग देश को आजादी दिलाने में मारे गये लोगो की याद करते है। देशभक्ति नारे लगाये जाते हैं।
· इस दिन भारत के प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति लाल किले पर ध्वजारोहण करते है। सम्पूर्ण देश को सम्बोधित करते हैं। 21 तोपों की सलामी दी जाती है। सभी लोग राष्ट्रगान गाते हैं। इसका सीधा प्रसारण टेलीविजन, रेडियो पर किया जाता है। देश के प्रधानमंत्री अपनी सरकार की उपलब्धियों के बारे मे बताते है। भविष्य में आने वाली योजनाओं के बारे में जानकारी दी जाती है। प्रधानमंत्री जी 3 बार “जय हिन्द” बोलकर अपना भाषण समाप्त करते हैं। राष्ट्रपति भवन, संसद भवन और अन्य इमारते आज के दिन रंग बिरंगी रोशनी से झिलमिला उठती है।
· सभी बड़े मंत्री लोगो को सम्बोधित करते है। हमारे देश को कितनी कठिनाई के बाद आजादी मिली इसके बारे में भाषण देते है।
· लोग इस दिन भिन्न भिन्न तरह से अपनी ख़ुशी जाहिर करते है। कुछ लोग देशभक्ति से ओतप्रोत फिल्मे देखते है, कुछ कबूतरों को आजाद करके स्वतंत्रता दिवस मनाते है। कुछ पतंग उठाकर आजादी का पर्व मनाते है। सभी लोग एक दूसरे को गले लगाते है।
· सभी लोग देश के वीरो को याद करते हैं जिन्होंने देश को आजाद करने के लिए अपनी जान की कुर्बानी दे दी। अपने घरो, वाहनों पर तिरंगा लगाकर आजादी का दिन मनाते है।
· बहुत से विदेशी राजदूत, उच्च अधिकारी, विदेशी मेहमान और अन्य लोग इस कार्यक्रम को देखने आते है।
· “भारत माता की जय” “15 अगस्त अमर रहे” “वंदेमातरम्” “जय हिंदी” “महात्मा गांधी की जय” जैसे नारे सभी लोग लगाते हैं।
निष्कर्ष CONCLUSION
गुलामी की जिन्दगी किसी को पसंद नही होती है। हमे बहुत संघर्ष के बाद आजादी मिली है। हमे ऐसा कोई काम नही करना चाहिये जिससे देश की आजादी पर संकट आये। बड़ा दुःख का विषय है की आज कुछ असामाजिक तत्व हमारे देश को तोड़ना चाहते है। कुछ लोगो से देश की आजादी, विकास और खुशहाली नही देखी जाती है। ऐसे लोग अपने निजी फायदे के लिए देश के युवाओं को भटका रहे है।
आज जम्मू- कश्मीर में आये दिन होने वाली आतंकवाद की घटनाये, पत्थरबाजी, सेना पर लगातार होने वाले हमले की घटनाये देश की आजादी को गम्भीर चुनौती है। हमारे देश के युवाओं को अमन और शान्ति के बारे में सोचना चाहिये। ऐसे लोगो के बहकावे में नही आना चाहिये, जिससे देश को नुकसान पहुंचे।
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