COMMON SERVICE CENTRE

कमर जन सुविधा केंद्र कटिया कम्मू शाहजहाँपुर उत्तर प्रदेश भारत

नियर नूरी जमा मस्जिद E-MAIL- sherjsk.khan@outlook.com
WELCOME TO KAMAR JAN SUVIDHA KENDRA

मेरा गांव-मेरी धरोहर: एक क्लिक में खुलेगी भारत के गांवों की कहानी, वीडियो बेस एप से देश दुनिया में मिलेगी संस्कृति को नई पहचान

मेरा गांव-मेरी धरोहर: एक क्लिक में खुलेगी गांवों की कहानी, वीडियो बेस एप से देश दुनिया में मिलेगी संस्कृति को नई पहचान


मेरा गांव-मेरी धरोहर एप के जरिए अब कामन सर्विस सेंटर गांव के बिखरे धरोहरों को सहेजेगा। हर गांव का सर्वे कर धरोहर को केंद्र सरकार तक पहुंचाएगी। फिर हर गांव यानी उसकी धरोहरों को कोई भी कहीं से देख और जान सकेगा। इससे आने वाले समय में गांव की संस्कृति को नई पहचान मिलेगी। इसके लिए कला संस्कृति मंत्रालय में सीएससी को जिम्मेदारी दी है। सीएससी जिला के हर गांव में जाकर धरोहर की जानकारी एकत्रित कर एप पर डालेगी। सर्वे के दौरान गांव के अपनी धरोहर, सांस्कृतिक विशेषता, रहन-सहन की भी जानकारी देंगे। उनका भी नाम और फोटो के साथ वीडियो को एप पर अपलोड किया जाएगा। धरोहर के साथ एप सामाजिक कार्य और सुविधाओं की भी जानकारी देगा।

पहली बार हो रहा सांस्कृतिक सर्वेक्षण

देश में पहली बार इस तरह का सर्वेक्षण हो रहा है। सीएससी ने जिला इसका काम शुरु भी कर दिया है। पहले चरण में बौंसी प्रखंड के मंदार पर्वत का डेटा अपडेट किया गया है। इसके अलावा आसपास गांव की अन्य मंदिरों और लोगों से संबंधित वीडियो भी अपलोड किया जा चुका है। आसपास के लोग अपना परिवार कैसे चला रहे हैं, उनका रोजगार क्या है, इसकी जानकारी भी डाली गई है।जिला में 11 प्रखंड के 24 सौ गांवों में मेरा गांव मेरी धरोहर योजना का सर्वे होगा। इसके लिए हर पंचायत में मौजूद 12 सौ कामन सर्विस सेंटर संचालक को लगाया गया है। उन्हें एप उपलब्ध करा कर इसकी प्रक्रिया समझा दी गई है।





स्थानीय कलाकार और पौरानिक कथाओं को भी जगह

इस सर्वे के दौरान स्थानीय कलाकारों की प्रस्तुति और पौराणिक कथाओं को भी सुना जाएगा। गांव से जुड़े मंदिर और मस्जिद की कहानी भी गांव वालों की जुबानी इसमें कैद होगी। गांव के प्रसिद्ध व्यक्ति की जीवनी को भी इस एप पर साझा करेंगे। उस गांव से जुड़े कोई व्यक्ति का अगर राजनीतिक इतिहास रहा है, तो वीएलई उसे पोर्टल पर अपडेट करेंगे। इसके साक्ष्य तौर पर संचालक को उनसे संबंधित फोटो और वीडियो भी डालना है।

एक क्लिक पर लोगों को मिलेगी गांव की कहानी

सर्वे पूरा होने के बाद लोगों को एक क्लिक पर देश के किसी भी गांव की कहानी पता चल सकेगी। जबकि नई पीढी भी अपने गांव को जन और समझ पाएंगे। खास गांव की जानकारी पर उसे देखने पर्यटक पहुंचेगे। वर्तमान समय में बांका पर्यटकों के लिहाज से काफी चर्चित जगह बन गया है। मंदार रोपवे, ओढनी डैम, चांदन डैम, लक्ष्मीपुर का रानी किला आदि के साथ बांका के कई गांव को देखने पर्यटक पहुंचेंगे।

जिला के सभी गांवों का सर्वे होना है। मेरा गांव मेरी धरोहर एप पर हर गांव से जुड़ी धरोहर को सीएससी कला एवं संस्कृति मंत्रालय तक पहुंचाएगी। इससे कोई भी किसी गांव की पूरी जानकारी विस्तार से जान सकेंगे।'प्रियरंजन, जिला प्रबंधक, सीएससी

     

CSC Mera Gaon Meri Dharohar Project

केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय ने भारत के गांवों का पहला सांस्कृतिक सर्वेक्षण करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) के तहत एक विशेष प्रयोजन वाहन कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) के साथ भागीदारी की है।

'मेरा गांव, मेरी धरोहर' शीर्षक वाले Mera Gaon Meri Dharohar CSC Cultural Survey Project सर्वेक्षण में नागरिकों को शामिल करके गांव स्तर पर सांस्कृतिक पहचान का दस्तावेजीकरण करने का प्रयास किया गया है, जो उनके गांव, ब्लॉक या जिले को अद्वितीय बनाता है। यह अभ्यास 2022 के मध्य तक पूरा होने की उम्मीद है।

दो संस्थाओं के बीच हस्ताक्षरित समझौते के अनुसार, सीएससी एक मोबाइल एप्लिकेशन विकसित करेगा और सर्वेक्षण करने के लिए वीएलई को प्रशिक्षित करेगा। देश भर में सीएससी का प्रबंधन करने वाले 4 लाख से अधिक ग्राम स्तरीय उद्यमी (वीएलई) 6.38 लाख गांवों में सर्वेक्षण करेंगे और आवेदन पर विवरण अपलोड करेंगे।

CSC Cultural Survey Mera Gaon Meri Dharohar Project work Process

सर्वेक्षण के तहत, वीएलई गांवों में नागरिकों के साथ बैठक करेंगे और फिर अपने गांव, इसके रुचि के स्थानों, रीति-रिवाजों और परंपराओं, प्रसिद्ध व्यक्तित्वों, त्योहारों और मान्यताओं, कला और संस्कृति आदि के बारे में दिलचस्प तथ्य अपलोड करेंगे। आवेदन पर। वीएलई आवेदन के इन पहलुओं के संबंध में फोटो और वीडियो भी अपलोड करेंगे।

सर्वेक्षण के तहत, वीएलई गांवों में नागरिकों के साथ बैठक करेंगे और फिर अपने गांव, इसके रुचि के स्थानों, रीति-रिवाजों और परंपराओं, प्रसिद्ध व्यक्तित्वों, त्योहारों और मान्यताओं, कला और संस्कृति आदि के बारे में दिलचस्प तथ्य अपलोड करेंगे।

आवेदन पर। वीएलई आवेदन के इन पहलुओं के संबंध में फोटो और वीडियो भी अपलोड करेंगे।

सीएससी के प्रबंध निदेशक दिनेश त्यागी ने कहा, "यह सर्वेक्षण 7वीं आर्थिक जनगणना और राज्य सरकारों के लिए किए गए कुछ अन्य सर्वेक्षणों जैसे आधिकारिक गणनाओं में शामिल सीएससी के सफल ट्रैक रिकॉर्ड पर आधारित है।"

CSC NCS Survey Work Explained By Dinesh Tyagi

National Cultural Survey CSC, दोस्तों अगर आप एक CSC VLE है तो आप सभी के लिए बहुत अच्छी खबर है ! कि दोस्तों आप सभी को 2022 में CSC के माध्यम से बहुत ही बेहतरीन सर्विस चालू होने वाली है! जिनके भीतर काम करके एक CSC VLE को बहुत मुनाफ़ा होने के साथ उनका भविष्य बदलने वाला है! व उनसे जुड़े लोगों को भी अच्छी कमाई होने वाला है! 

What is CSC National Cultural Survey (NCS)

India is a hub of diverse cultures. Prominent of which are as social norms, ethical values, traditional customs, belief systems, artifacts, and technologies that originated in or are associated with the ethno-linguistically diverse Indian subcontinent. India's language, religion, dance, architecture, food, and customs differ from place to place within the country.

So to map all the culture, the Ministry of Culture, GoI (Government of India) came up with a project named as National culture survey. CSC SPV is presently helping conduct surveys for 80 villages. 

The purpose is to create a huge database related to India's villages and the culture, customs, and traditions. The work under the survey involves coordinating the data collection through ground and field surveys conducted on the basis of detailed formats and questionnaires.

The unique feature about this survey is that data is collected through a mobile app emphasizing 9 parameters. These parameters are beliefs, traditional food, traditional dress, ornaments, heritage place, festivals & fairs, traditional art & craft, famous personalities and prominent artists.

How to Work in CSC National Culture Survey

सीएससी राष्ट्रीय संस्कृति सर्वेक्षण 2022

भारत विविध संस्कृति का केंद्र है। जिनमें से प्रमुख सामाजिक मानदंड, नैतिक मूल्य, पारंपरिक रीति-रिवाज, विश्वास प्रणाली, कलाकृतियां और प्रौद्योगिकियां हैं जो जातीय-भाषाई रूप से विविध भारतीय उपमहाद्वीप में उत्पन्न हुई हैं या उससे जुड़ी हैं। भारत की भाषा, धार्मिक, नृत्य, वास्तुकला, भोजन और रीति-रिवाज देश के भीतर जगह-जगह अलग-अलग हैं।

इसलिए सभी संस्कृति का मानचित्रण करने के लिए, संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार (भारत सरकार) राष्ट्रीय संस्कृति सर्वेक्षण नामक एक परियोजना लेकर आई। सीएससी एसपीवी वर्तमान में 80 गांवों के लिए सर्वेक्षण करने में मदद कर रहा है।

इसका उद्देश्य भारत के गांवों और संस्कृति, रीति-रिवाजों और परंपराओं से संबंधित एक विशाल डेटाबेस तैयार करना है। सर्वेक्षण के तहत कार्य में विस्तृत प्रारूपों और प्रश्नावली के आधार पर किए गए जमीनी और क्षेत्र सर्वेक्षण के माध्यम से डेटा संग्रह का समन्वय करना शामिल है।

इस सर्वेक्षण की अनूठी विशेषता यह है कि 9 मापदंडों पर जोर देते हुए मोबाइल ऐप के माध्यम से डेटा एकत्र किया जाता है। ये मानदंड विश्वास, पारंपरिक भोजन, पारंपरिक पोशाक, गहने, विरासत स्थान, त्योहार और मेले, पारंपरिक कला और शिल्प, प्रसिद्ध व्यक्तित्व और प्रमुख कलाकार हैं।

Services to be Started in 2022 Through CSC

  • CSC Digital Bank – Account Opening 7 Other Services
  • CSC Sarathi / Parivahan facilitation center
  • Shram Department facilitation Center
  • Pollution Center
  • Cultural Survey Work
  • e-Courts facilitation Centers
  • CSC Culturaral Survey Project

    Facilitation Center for unorganised Workers

    CSC ने श्रम विभाग के साथ मिलकर श्रम विभाग के साथ में जो भी सर्विस हैं! उनका Facilation Center सेंटर यानी कि हर ब्लॉक में 1 CSC Center सेंटर को Shram labour डिपार्टमेंट के साथ Facilation सेंटर बनाया जाएगा! जिसके माध्यम से वहां पर निम्न प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध होगी!

    • eshram
    • Pradhan Mantri Pension Schemes for Traders & Self employed Persons
    • National pension schemes for traders and self employed persons 
    • Building and other construction workers registration
    •  Insurance of labour certificate
    • EPFO/ECIS services


# Mera Gaon Meri Dharohar
    •  
    • # culture in the country
    •  
    • # मेरा गांव मेरी धरोहर


Share:

No comments:

Post a Comment

अपना सुझाव दर्ज करें l Please Enter Suggestion

Contact Form

Name

Email *

Message *