जब कूफियों ने लगभग 12 हजार खत इमाम हुसैन रजि. को भेजे फिर भी आपने कूफा जाने का इरादा न किया फिर आखिर में एक खत सुलेमान बिन सुर्द खजाई की तरफ से जिसमें लिखा था
इमाम हम बार बार खत लिख रहें बार बार मुतालबा कर रहे हैं और आप आने के लिए तैयार नही वल्लाह अभी हम आखिरी खत लिख रहे हैं। इसके बाद हम आपसे आने का मुतालबा नही करेगें
आपकी मर्जी आप आयें या न आयें लेकिन इस आखिरी खत में यह जरूर जरूर कहते हैं। हमने इत्तफाकी तौर पर यह तय किया कि अगर आप आ जाये तो बहुत अच्छा हो हम अपने अहलो अयाल खानदान कुम्बा माल दौलत सबकुछ आपके कदमों पर निसार करने के लिए तैयार हैं।
इतनी इल्तजाओं के बाद भी अगर आप नही आ रहे है तो हम आज ये ऐलान करते हैं कि कयामत के दिन हम आपके नाना रसूल सल. के सामने आपका दामन पकड लेगें और नाना से आपके अर्ज करेगें कि या रसूल लल्लाह सल. हम तो फासिक व फाजिर के खिलाफ लडने को आमादा थे आपके नवासे थे जो हक का साथ देने के लिए तैयार नही थे और बातिल हुकुमत को गवारा कर रहे थे हम आपकी शिकायत आपके नाना रसूलल्लाह सल. से करेगे
यह एक बहुत बडी इमोशनल ब्लैकमेलिंग थी। ऐ ऐसा मरहला था कि इमाम आली मकाम के पास कोई रास्ता नही बचा था कि अपने नाना को क्या जबाब दूं चुनांचे इमाम हुसैन ने कूफा जाने का इरादा किया।