माननीय अतिथि गण, शिक्षकगण, और मेरे प्यारे साथियों,
आज का दिन हर भारतीय
के लिए गौरव का दिन है। 15 अगस्त… स्वतंत्रता दिवस… इंडिपेंडेंस डे… चाहे जिस नाम से पुकार लो। लेकिन वो नाम
पुकारते हुए अगर आपको भारत के शूरवीरों की याद न आए, तो दोबारा सोचना। क्योंकि आज हम जिस आजादी
का जश्न मना रहे हैं, ये उन्हीं की बदौलत है।
लहू वतन के शहीदों
का रंग लाया है
उछल रहा
है जमाने में नाम-ए-आजादी
फिराक गोरखपुरी की
ये पंक्तियों के जरिए हम उन सभी स्वतंत्रता सेनानियों को नमन करते हैं, जिन्होंने अपनी जान
की परवाह किए बिना देश को आजाद कराने के लिए संघर्ष किया था।
सारे
जहां से अच्छा, हिन्दोस्तां हमारा,
हम बुलबुले हैं इसकी,
ये
गुलिस्तां हमारा
ये पंक्तियां हमें
याद दिलाती हैं कि हमारा देश कितना महान और अनेकताओं से भरा है। हमारे देश की
संस्कृति, भाषा और
परंपराएं हमें एक अनोखी पहचान देती हैं। और इस पहचान के लिए हमने कितना लंबा
संघर्ष किया है।
अनेकों सेनानियों ने अपने जीवन का बलिदान देकर हमें स्वतंत्रता दिलाई। उनके साहस और बलिदान को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। उनकी वीरता को नमन करते हुए हमें यह भी याद रखना चाहिए कि आजादी सिर्फ हमारा अधिकार नहीं। स्वतंत्रता का मतलब केवल विदेशी शासन से मुक्ति नहीं है। आजादी के साथ आती हैं जिम्मेदारियां। हर 15 अगस्त हमें फिर से याद दिलाता है कि हमें अपनी आत्मनिर्भरता, समानता और स्वतंत्रता बनाए रखने के लिए निरंतर प्रयासरत रहना होगा।
आजादी का जश्न मनाते हुए हमें ये नहीं भूलना चाहिए कि अभी भी देश की प्रगति के लिए कितना कुछ किया जाना बाकी है। यह सुनिश्चित करना बाकी है कि भारत का हर नागरिक स्वतंत्रता दिवस पर खुद को आजाद, सशक्त और सुरक्षित महसूस कर रहा हो। कोई भूखा न हो। हर व्यक्ति शिक्षित हो। सबके सिर पर छत हो। हर शरीर स्वस्थ हो।
आइए.. हम एक राष्ट्र के रूप में हमारे सामने आने वाली चुनौतियों को भी
स्वीकार करें। असमानता और अन्याय से लेकर भ्रष्टाचार और विभाजन तक, एकजुट होकर हर वो
लड़ाई लड़ें जो हमारी आजादी के लिए खतरा हैं। वो आजादी, जिसके लिए आज भी लाखों जवान अपनी जान की बाजी
लगाकर सरहद पर तैनात हैं।
इसी जगह इसी दिन तो
हुआ था ये एलान
अंधेरे हार गए
ज़िंदाबाद हिन्दोस्तान
धन्यवाद। जय हिंद।
1-
आदरणीय प्राधानाचार्य, शिक्षकगण, यहां उपस्थित सभी अतिथि महोदय और मेरे सभी प्यारे साथिय़ों…
सबसे पहले मैं आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। आज हम सभी यहां 78वां स्वतंत्रता दिवस मनाने के एकजुट हुए हैं। पूरा देश आजादी की सालगिरह के जश्न में डूबा है। इस वर्ष भारत सरकार ‘विकसित भारत’ थीम के तहत स्वतंत्रता दिवस मना रही है। इस थीम के जरिए भारत सरकार 2047 तक देश को एक विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में फोकस कर रही है।
साथियों, 15 अगस्त का शुभ दिन भारत के रीजनीतिक इतिहास में सबसे ज्यादा अहमियत रखता है। 15 अगस्त ही वह दिन है जब देश को अंग्रेजों की 200 सालों की गुलामी की बेड़ियों से मुक्ति मिली थी। ब्रिटिश राज में देश की जनता पर काफी अत्याचार किए गए। ब्रिटिश हुकूमत के जुल्मों से देश की जनता को छुटकारा दिलाने के लिए सैंकड़ों स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने प्राणों की आहुति दे दी। ऐसे में यह दिन उन महान क्रांतिकारियों और स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को याद करने का भी है, जिन्होंने देश को आजादी दिलाने के लिए अपना सब कुछ दांव पर लगा दिया। देश को आजाद कराने में महात्मा गांधी, सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह, मंगल पाण्डे, ,राजगुरु, सुखदेव, जवाहरलाल नेहरु, लाला लाजपत राय, बाल गंगाधर तिलक जैसे कई क्रांतिकारियों और स्वतंत्रता सेनानियों का अहम योगदान रहा। यह दिन इन सभी क्रांतिकारियों और स्वतंत्रता सेनानियों को नमन करने और श्रद्धांजलि देने का दिन है।
साथियों! 15 अगस्त हर साल आता है और हमारे दिलोदिमाग में ‘हम स्वतंत्र हैं और स्वतंत्र रहेंगे’ का भाव जागृत कर चला जता है। यह सबसे बड़ा राष्ट्रीय पर्व राष्ट्र और राष्ट्रीयता की हलचल पैदा कर जाता है। वर्ष में राष्ट्र ने क्या खोया और क्या पाया का हिसाब बता जाता है। भारत माता और भारत की स्वतंत्र सत्ता के लिए कर्तव्य का भाव जगा जाता है।
आइए हम राष्ट्र ध्वज को नमन करें। राष्ट्र के कल्याण के प्रति अपने संकल्प को दोहराएं। देश के विकास व सुरक्षा और देशवासियों के कल्याण के प्रति हमेशा समर्पित रहने की प्रतिज्ञा लें। अब मैं अपने भाषण का समापन करना चाहूंगा। एक बार फिर से आप सभी को हैप्पी इंडिपेंडेंस डे।
उदाहरण 2-
आज हमारे एकत्र होने का कारण बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि आज स्वतंत्रता दिवस है। यह वह दिन है जब हमारे महान नेताओं जैसे महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, भगत सिंह, सुभाष चंद्र बोस, सरदार पटेल और कई अन्य लोगों के प्रयास सफल हुए। 15 अगस्त 1947 को हमारा आजादी पाने का सपना पूरा हो गया। यह समय ऐसी गतिविधियों को बढ़ावा देने का है जो हमारे देश के लिए उपयोगी हों। हमें आजादी के सही अर्थ को समझने की जरूरत है।
आज़ादी का मतलब यह नहीं है कि आप खुलकर कुछ भी करना चाहते हैं बल्कि यह आज़ादी महसूस करने, बोलने, सीखने, प्रदर्शन करने और अपना जीवन बिताने का नाम है। यह हमें किसी को भी यह बताने की शक्ति और साहस देता है कि आप गलत काम कर रहे हैं। हमें ऐसे कार्य करने का वादा करना चाहिए जो हमें एक अच्छा देशभक्त और हमारे देश का एक अच्छा निवासी बनायें। हमें पेड़ लगाना चाहिए और अपने देश को स्वच्छ और सुरक्षित रखना चाहिए। हमें अपने देश को दुनिया का सबसे अच्छा रहने योग्य क्षेत्र बनाना चाहिए। आइए भारत के लिए मिलकर काम करें। धन्यवाद!
3- स्वतंत्रता दिवस पर भाषण का उदाहरण ( Independence
Day Speech )
आदरणीय प्राधानाचार्य ,शिक्षकगण, यहां उपस्थित सभी अतिथि महोदय और मेरे सभी
प्यारे मित्रों...
सबसे पहले मैं आप
सबको स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। आज हम यहां देश का 78वां स्वतंत्रता दिवस
मनाने के जुटे हैं। पूरा देश आजादी की सालगिरह के जश्न में डूबा है। इस वर्ष भारत
सरकार ‘विकसित भारत’ थीम के तहत स्वतंत्रता दिवस मना रही है। इस थीम
के जरिए भारत सरकार 2047 तक देश को एक विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में
फोकस कर रही है।
साथियों, 15 अगस्त का शुभ दिन भारत के रीजनीतिक इतिहास में सबसे ज्यादा अहमियत रखता है। 15 अगस्त ही वह दिन है जब देश को अंग्रेजों की 200 सालों की गुलामी की बेड़ियों से मुक्ति मिली थी। ब्रिटिश राज में देश की जनता पर काफी अत्याचार किए गए। ब्रिटिश हुकूमत के जुल्मों से देश की जनता को छुटकारा दिलाने के लिए सैंकड़ों स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने प्राणों की आहुति दे दी। ऐसे में यह दिन उन महान क्रांतिकारियों और स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को याद करने का भी है जिन्होंने देश को आजादी दिलाने के लिए अपना सब कुछ दांव पर लगा दिया। देश को आजाद कराने में महात्मा गांधी, सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह, मंगल पाण्डे, ,राजगुरु, सुखदेव, जवाहरलाल नेहरु, लाला लाजपत राय, बाल गंगाधर तिलक जैसे कई क्रांतिकारियों और स्वतंत्रता सेनानियों का अहम योगदान रहा। यह दिन इन सभी क्रांतिकारियों और स्वतंत्रता सेनानियों को नमन करने और श्रद्धांजलि देने का दिन है।
स्वतंत्रता दिवस 2024 Independence Day 2024: भारत का स्वतंत्रता दिवस हर साल 15 अगस्त को हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।
अंग्रेजों की लंबी गुलामी के बाद भारत ने आखिरकार 15 अगस्त 1947 को ही आजाद हवा में सांस ली थी।
इस दिन देश ने आजाद सुबह का सूरज देखा। ये हमारा राष्ट्रीय पर्व है।
स्वतंत्रता दिवस भारत की आजादी का प्रतीक है। ये दिन हर भारतीय को नई शुरूआत की याद दिलाता है।
जब अंग्रेजों ने देश की बागडोर भारतीयों को सौंप दी थी।
FAQ
स्वतंत्रता दिवस पर क्या होता है
स्वतंत्रता दिवस यानी 15 अगस्त को प्रधानमंत्री लाल किले पर तिरंगा झंडा फहराते हैं। इसके एक दिन पहले राष्ट्रपति टीवी पर राष्ट्र के नाम संदेश देते हैं। लाल किले पर ही नहीं इस दिन देश भर में राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है, और स्वतंत्रता सेनानियों को याद किया जाता है। आजादी के जश्न में पूरा देश शामिल नजर आता है। घरों में तिरंगा फहराया जाता है। स्कूलों में बच्चे इस दिन खास प्रोग्राम भी परफॉर्म करते हैं।
15 अगस्त को ही क्यों मनाया जाता है
स्वतंत्रता दिवस
करीब 200 साल से ज्यादा ब्रिटिश शासन के बाद 15 अगस्त को देश स्वतंत्र हुआ। ब्रिटिश संसद ने 30 जून, 1948 तक तत्कालीन वायसराय लॉर्ड माउंटबेटन को भारत को सत्ता हस्तांतरित करने का आदेश दिया था। हालांकि, लॉर्ड माउंटबेटन ने इस तारीख को और पहले कर दिया। उन्होंने 15 अगस्त 1947 की तारीख तय कर दी जब भारत की स्वतंत्रता का ऐलान किया गया। राजगोपालाचारी का कहना था कि माउंटबेटन ने आजादी की तारीख को आगे बढ़ाने का फैसला इसलिए लिया था, जिससे देश में कोई स्थिति न बिगड़े। 15 अगस्त 1947 वह खास दिन था जब भारत को ब्रिटिश उपनिवेशवाद से स्वतंत्र घोषित किया गया। देश की बागडोर भारतीयों को सौंप दी गई।
इसलिए चुना गया 15 अगस्त का दिन
भारत के तत्कालीन वायसराय माउंटबेटन ने सत्ता ट्रांसफर करने के बाद 15 अगस्त को ही देश की आजादी का दिन खास वजह से चुना था। दरअसल, इसी दिन द्वितीय विश्व युद्ध में जापान के आत्मसमर्पण करने के दो साल पूरे हो रहे थे। माउंटबेटन ने इसी को ध्यान में रखते हुए 15 अगस्त वाले दिन ही भारत की आजादी का ऐलान किया। इसी के साथ जरूरी औपचारिकताएं पूरी की गई और फिर लोग इसी दिन को स्वतंत्रता दिवस मनाने लगे।
15 अगस्त को अंग्रेज, भारत छोड़ने को
क्यों हुए मजबूर
15 अगस्त, 1947 को भले ही देश आजाद हुआ। लेकिन इस आजादी के लिए हमारे कई स्वतंत्रता सेनानियों की अपने प्राणों की आहुति भी दी। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के अंतिम चरण में स्थानीय जनता का दबाव बढ़ने लगा। भारत में ब्रिटिश शासन के ताबूत में आखिरी कील 1946 के रॉयल इंडियन नेवी विद्रोह के रूप में लगी। इसी के बाद अंग्रेजों को पता लग गया कि वे स्थानीय सशस्त्र बलों पर नियंत्रण खो रहे हैं। हालात बदल चुके थे ऐसे में ब्रिटिश संसद ने भारत को सत्ता हस्तांतरित करने का आदेश जारी कर दिया।
स्वतंत्रता दिवस थीम क्या है?
इस साल 15 अगस्त यानी स्वतंत्रता दिवस की थीम 'विकसित भारत' है, जो कि 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र में बदलने के सरकार के दृष्टिकोण के अनुरूप है। 2024 में भारत की आजादी के 100 साल पूरे होंगे। भारत सरकार का लक्ष्य भी आजादी के 100 साल पूरे होने तक देश को विकसित राष्ट्र बनाना है।
स्वतंत्रता दिवस स्पीच
"नमस्ते, आदरणीय अतिथियों, शिक्षकों, अभिभावकों, और मेरे प्यारे साथियों को। आज, हम सब यहां एकत्रित हुए हैं भारत के सबसे महत्वपूर्ण दिन, हमारे 'स्वतंत्रता दिवस' को मनाने के लिए। यह दिन न केवल हमारे देश की आजादी का प्रतीक है, बल्कि यह उन लाखों स्वतंत्रता सेनानियों की याद दिलाता है जिन्होंने अपनी जान की परवाह किए बिना हमारे लिए स्वतंत्रता प्राप्त की। आज हम उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं और उनकी विरासत को याद करते हैं।"
कैसे मिलेगा स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम का
टिकट
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले पर आयोजित कार्यक्रमों के लिए
टिकट प्राप्त करना एक विशेष अनुभव हो सकता है। स्वतंत्रता दिवस के मुख्य
कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए निम्नलिखित प्रक्रिया का पालन कर सकते हैं। सरकार
की आधिकारिक वेबसाइट aamantran.mod.gov.in पर जाएं जहां स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रमों के लिए
टिकट उपलब्ध होते हैं। सुनिश्चित करें कि आप केवल आधिकारिक और सुरक्षित पोर्टल्स
का ही उपयोग करें। आपको ऑनलाइन पंजीकरण फॉर्म भरना होगा, जिसमें आपके व्यक्तिगत विवरण जैसे नाम,
संपर्क नंबर,
ईमेल पता, और पहचान पत्र की
जानकारी शामिल हो सकती है। सफल पंजीकरण के बाद, आपको ईमेल या एसएमएस के माध्यम से ई-टिकट
प्राप्त होगा, जिसे आप प्रिंट करके ले जा सकते हैं।
विषय और मुख्य
बिंदु:
1. स्वतंत्रता
संग्राम के नायक और उनके योगदान
महात्मा गांधी का सत्य और अहिंसा का मार्ग
भगत सिंह, सुखदेव, और राजगुरु का बलिदान
नेताजी सुभाष चंद्र बोस और आजाद हिंद फौज
सरदार वल्लभभाई पटेल की एकता की भावना
2. स्वतंत्रता
प्राप्ति के बाद की चुनौतियां और उपलब्धियां
विभाजन और उसका प्रभाव
भारत का संविधान और लोकतंत्र की स्थापना
कृषि, विज्ञान, और प्रौद्योगिकी में विकास
सांस्कृतिक और भाषाई विविधता का सम्मान
3. राष्ट्रीय
एकता और अखंडता
धर्मनिरपेक्षता और विविधता में एकता
जाति, धर्म, और भाषा की बाधाओं को पार करना
राष्ट्रीय पर्व और त्योहारों के माध्यम से एकजुटता का प्रदर्शन
4. वर्तमान
चुनौतियां और भविष्य की दिशा
आर्थिक विकास और गरीबी उन्मूलन
शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार
पर्यावरण संरक्षण और जलवायु परिवर्तन से निपटना
डिजिटल इंडिया और तकनीकी प्रगति का महत्व
5. युवा पीढ़ी
की भूमिका
देशभक्ति और जिम्मेदारी की भावना का विकास
स्वतंत्रता सेनानियों के आदर्शों का पालन
स्वयंसेवा और सामाजिक योगदान का महत्व
भ्रष्टाचार और अन्य सामाजिक बुराइयों से लड़ना
6. भारत के
विश्व मंच पर बढ़ते कदम
वैश्विक राजनीति में भारत की भूमिका
अंतरराष्ट्रीय व्यापार और साझेदारियाँ
संयुक्त राष्ट्र और अन्य संगठनों में योगदान
शांति और विकास के लिए भारत का दृष्टिकोण
समापन
"आज,
हमें यह संकल्प लेना
चाहिए कि हम अपने देश की प्रगति और एकता के लिए हमेशा तत्पर रहेंगे। आइए हम सब
मिलकर अपने स्वतंत्रता सेनानियों के सपनों के भारत का निर्माण करें। स्वतंत्रता
दिवस के इस पावन अवसर पर, मैं आपको धन्यवाद देता हूँ और आशा करता हूँ कि हम
सब मिलकर भारत को और भी उज्जवल बनाएंगे। जय हिंद!
15 अगस्त 2024 को भारतीय 78वां स स्वतंत्रता दिवस मनाएंगे। इस अवसर पर भारत के लोग अपने घरों, दफ्तरों, सार्वजनिक स्थल, स्कूल, कॉलेज और सरकारी भवनों आदि जगहों पर उत्सव बनाते हैं। आजादी के इस जश्न में गीत-संगीत, नाटक और भाषण आदि कार्यक्रम होते हैं। उत्सव की कई गतिविधियां की जाती हैं। 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के दिन भाषण देकर हम अपने महान नायकों का सम्मान कर सकते हैं। स्कूलों-कॉलेजों और अन्य संस्थानों में प्रेरणादायक भाषण देकर आप श्रोतागण में जोश भर सकते हैं। आप अपने जोशीले भाषण से तारीफ बटोर सकते हैं। इस आर्टिकल में हम आपको ऐसे ही भाषण का उदाहरण दे रहे हैं, जिसे सुनकर लोग तालियां बजाने पर मजबूर हो जाएंगे।
स्वतंत्रता दिवस सच्चे देशभक्तों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। स्वतंत्रता दिवस हमें ब्रिटिश शासन के 200 वर्षों के बाद मिली आजादी और उन शहीदों की याद दिलाता है जिन्होंने देश की खातिर अपना बलिदान दे दिया। 15 अगस्त के दिन भारत के लोग खुशी-खुशी आजादी का जश्न मनाते हैं। यह दिन आपकी मातृभूमि के प्रति आपके प्यार और गौरव को दर्शाता है। भारत के लोग अलग-अलग तरीकों से इस दिन को मनाते हैं।
कुछ लोग ऐतिहासिक स्थानों पर पिकनिक मनाते हैं, कुछ बाइक रैली निकालते हैं तो कुछ देश के झंडे के रंग के कपड़े पहनते हैं। वहीं कई लोग ध्वजारोहण समारोहों में भाग लेते हैं। बता दें कि शैक्षणिक संस्थानों में कई स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं जहां छात्र कई प्रेरक भाषण देते हैं और स्वतंत्रता दिवस से संबंधित कई अन्य गतिविधियों में भाग लेते हैं।
एक छात्र वक्ता के रूप में यह आपका नैतिक कर्तव्य है कि आप उन भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों का सम्मान करें जिन्होंने अपने देश की समृद्धि और स्वतंत्रता के लिए अपने जीवन का बलिदान दिया। इस स्वतंत्रता दिवस पर दीजिए छोटा और असरदार भाषण।
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