उ.प्र. राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM)
(केन्द्रांश 60 एवं राज्यांश 40 प्रतिशत)
ग्रामीण क्षेत्र के
गरीब एवं वंचित परिवारों की आजीविका में स्थाई वृद्धि कर गरीबी से बाहर लाते हुए
स्वावलंबी बनाना तथा विकास के नए आयाम खोलना।
पात्रता की
शर्तें- ग्रामीण क्षेत्र के परिवार की
महिला (शादीशुदा, परित्यक्ता, विधवा) एवं दिव्यांगजन(महिला/पुरुष) को SECC सूची के आधार पर अथवा स्थानीय जनता द्वारा गरीबों की सहभागी पहचान कर प्रत्येक
परिवार की एक महिला को समूह से जोड़ना। प्रत्येक समूह में न्यूनतम 10 एवं अधिकतम 20 महिलाएं जुड़ सकती
हैं। एक समूह में एक ही गांव/ग्राम पंचायत की महिलाएं सदस्य बनेंगी।
आवेदन की
प्रक्रिया- योजना लाभार्थी के द्वार तक जाकर
उसकी सहभागिता सुनिश्चित करती है। इच्छुक परिवार की महिला विकास खंड पर ब्लाक मिशन
प्रबंधन इकाई से संपर्क कर समूह से जुड़ सकती है।
एनआरएलएम का
अर्थ क्या है?
ग्रामीण गरीबी की
चुनौती का समाधान करने के लिए, ग्रामीण विकास मंत्रालय ने वर्ष 2010 में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) नामक एक मिशन मोड योजना की
कल्पना की।
आजीविका
मिशन समूह क्या है?
NRLM scheme
2022 – 2023
राष्ट्रीय आजीविका
मिशन योजना में सवयं सहायता समूह व संघीय सहायता के माध्यम से अब तक देश भर में
लगभग 600 जिलों,
6769 ब्लॉकों, ढाई लाख गांव पंचायत एवं 6 लाख गांव के कुल सात करोड़ BPL (गरीबी रेखा से नीचे) कार्ड धारको को इसके दायरे में लाने की योजना है।
राष्ट्रीय
ग्रामीण आजीविका मिशन का लाभार्थी कौन है?
एनआरएलएम की
प्राथमिकता सबसे गरीब, सबसे कमजोर और सीमांत
लोगों तक पहुंचना है। इसकी शुरुआत महिलाओं को लक्षित करने से होती है और उन्हें
उनके घरों का प्रतिनिधि माना जाता है। विकलांग व्यक्तियों (पीडब्ल्यूडी), बुजुर्गों आदि जैसे अत्यंत कमजोर व्यक्तियों के मामले में, एनआरएलएम पुरुषों और महिलाओं दोनों को जुटाता है।
स्वयं
सहायता समूह में अध्यक्ष को कितना पैसा मिलता है?
संविदा पर नियुक्त
होने वाली महिलाओं को उनके कार्य के अनुसार वेतन दिया जाता है। स्वयं सहायता समूह
में समूह अध्यक्ष को समूह में आने वाले लाभ प्रदान किए जाते हैं। समूह का अध्यक्ष
समूह में आने वाले धन लाभ जैसे कि srf की ₹1500 की धनराशि एवं सीआईएफ
कि 50000 से लेकर 650000 तक की धनराशि का लाभ ले सकता है।
समूह के 5 सूत्र कौन कौन से हैं?
समूह के पांच सूत्र
जैसे नियमित बचत, नियमित बैठक, नियमित खाता पुस्तपालन और लेखाकर्म, नियमित पुर्नभुगतान, स्वयं सहायता समूह के नियमों और शर्तो का पालन करना, साथ ही एरिया लेबल फेडरेशन, टाउन लेबल फेडरेशन के बारे में बताया गया।
एक गांव में
कितने समूह बन सकते हैं?
एक गाँव में कितने
समूह बनाये जा सकते हैं? उत्तर- एक गाँव में अनेक समूह बनाये जा सकते हैं, परन्तु एक व्यक्ति एक से अधिक समूह का सदस्य नहीं होना चाहिए। यदि कोई व्यक्ति
एक से अधिक समूह का सदस्य बनता है तो संभवतः वह सभी समूह में बचत राशि जमा नहीं कर
सकता है और सभी समूहों से ली गई ऋण राशि भी लौटा नहीं सकता।
समूह के नियम
क्या है?
1) समूह की नियमित बैठक कब, कहां और किस समय होगी। 2) बचत की प्रति सदस्य राशि क्या होगी यह तय करना। 3) ऋण के उद्देश्यों की क्या प्राथमिकता होगी। 4) ऋण पर ब्याज की दर क्या होगी, क्या यह दर सभी उद्देश्यों के लिए समान होगी
महिला समूह
लोन कैसे मिलता है?
स्वयं सहायता समूह से
लोन के लिए पात्रता
•
स्वयं सहायता समूह में
शामिल महिला की आयु 18 से 65 वर्ष के बिच होना चाहिए।
•
समूह में जुड़े
महिलाओं को हर महीने कुछ राशि जमा करने होंगे।
•
लोन लेने के लिए समूह
कम से कम 6 महीने से एक्टिव होना
चाहिए।
•
लोन लेने के लिए आवेदन
सभी महिला के हिट से करना होगा।
समूह का
खाता कैसे खुलता है?
1) सरपंच अथवा ग्राम पंचायत द्वारा जारी परिचय-पत्र (Latter of
Introduction) या जिस व्यक्ति का संबंधित बैंक
में खाता है के हस्ताक्षर युक्त परिचयपत्र। 2) सदस्यों द्वारा समूह गठन करने का पारित प्रस्ताव एवं बैंक में खाता खोलने का
पारित प्रस्ताव की प्रतिलिपि। 3) खाता परिचालित करने के लिए अधिकृत व्यक्तियों के (3-3)
फोटोग्राफ।
समूह की
बैठक कैसे की जाती है?
समूह की
बैठक की शुरुआत कैसे करें?
·
समूह की बैठक में
सदस्यों का परिचय। समूह की सपहिक बैठक के दौरान प्रार्थना के उपरांत ...
·
स्वयं सहायता समूह की
बैठक में निर्णय। स्वयं सहायता समूह की बैठक में समूह के सदस्यों को सबसे पहले
बैठक में होने वाले चर्चा के बिंदुओं को तय करना होता है। ...
·
समूह की बैठक में
रजिस्टर को भरना।
महिला समूह
योजना क्या है?
योजना का उद्देश्य:-
असंगठित ग्रामीण
महिलाओं को संगठित करना। महिलाओं को समूह में छोटी-छोटी बचत करने तथा अपनी
छोटी-मोटी जरूरतों की पूर्ति हेतु समूह में ही न्यूनतम दर पर लेन-देन हेतु सक्षम
बनाने में सहयोग प्रदान करना। महिलाओं का सामाजिक एवं आर्थिक सशक्तिकरण।
रजिस्ट्रेशन के लिए लिंक पर क्लिक करे
अधिकारी का पदनाम-
उपायुक्त,एन0आर0एल0
U.P. State Rural Livelihood
Mission (NRLM)
(Center share 60 and State share 40
percent)
Bringing them out of poverty by making them self-reliant and
opening new dimensions of development by permanent increase in the livelihood
of poor and deprived families of rural areas.
Eligibility conditions- Women (married, abandoned, widow)
and Divyangjan (female/male) of the rural area's family on the basis of SECC
list or by identifying the poor by the local public, linking one woman from
each family to the group. Minimum 10 and maximum 20 women can join each group.
Women from the same village/gram panchayat will become members in a group.
Process of application- The scheme ensures its participation
by going to the doorstep of the beneficiary. The women of the interested family
can join the group by contacting the block mission management unit on the
development block.
What is the meaning of NRLM?
To address the challenge of rural poverty, the Ministry of
Rural Development conceived a mission mode scheme in the year 2010 called the
National Rural Livelihoods Mission (NRLM).
What is Aajeevika Mission Group?
NRLM scheme 2022 – 2023
Under the National Livelihood Mission scheme, through
self-help groups and federal assistance, a total of seven crore BPL (below
poverty line) card holders of about 600 districts, 6769 blocks, 2.5 lakh
village panchayats and 6 lakh villages have been covered under its purview. I
plan to bring in
Who is the beneficiary of National Rural Livelihood
Mission?
NRLM's priority is to reach out to the poorest, most
vulnerable and marginalised. It starts with targeting women and assuming they
are representative of their households. In case of extremely vulnerable persons
like Persons with Disabilities (PWD), elderly etc., NRLM mobilizes both men and
women.
How much money does the president get in the
self-help group?
Women appointed on contract are given salary according to
their work. In a Self Help Group, the group leader is provided with the
benefits that come with the group. The head of the group can take advantage of
the group's monetary benefits such as SRF of ₹ 1500 and CIF of ₹ 50000 to ₹
650000.
What are the 5 formulas of group?
The five sutras of the group such as regular savings, regular
meeting, regular account bookkeeping and accounting, regular repayment,
following the terms and conditions of the Self Help Group, as well as the Area
Label Federation, Town Label Federation were explained.
How many groups can be formed in a village?
Question 20 – How many groups can be formed in a village?
Answer- Many groups can be formed in a village, but a person should not be a
member of more than one group. If a person becomes a member of more than one
group, he may not be able to deposit savings in all the groups and also repay
the loan amount taken from all the groups.
What are the rules of the group?
1) When, where and at what time the regular meeting of the
group will be held. 2) To decide what will be the per member amount of savings.
3) What will be the priority of the purposes of the loan. 4) What will be the
rate of interest on the loan, will this rate be same for all purposes
How to get Mahila Group Loan?
Self Help Group Loan Eligibility
• The age of the woman involved in the self-help group should
be between 18 to 65 years.
• Women associated in the group will have to deposit some
amount every month.
• The group should be active for at least 6 months to avail
the loan.
• Application for taking the loan will have to be done by the
hit of all the women.
How to open group account?
1) Letter of Introduction issued by the Sarpanch or Gram
Panchayat or the identity card containing the signature of the person who has
an account in the concerned bank. 2) A copy of the resolution passed by the
members to form a group and the resolution passed to open a bank account. 3)
(3-3) photographs of the persons authorized to operate the account.
How is the group meeting conducted?
How to start a group meeting?
1. Introduction of the members in the group meeting. After
prayer during the group meeting ...
2. Decision in the meeting of the Self Help Group. In the
meeting of the self-help group, the members of the group first have to decide
the points of discussion to be held in the meeting. ,
3. Filling up of register in group meeting.
What is Women's Group Scheme?
Objective of the scheme:-
Organizing unorganized rural women. Providing support to enable women to make small savings in the group and transact at the lowest rate in the group itself to meet their minor needs. Social and economic empowerment of women.
Designation of Officer- Deputy Commissioner, NRL
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